नमस्कार मित्रो, स्वागत हे
आपका मिथक टीवी कि अधिकृत website पर. रामायण महाभारत और बहोत से पौराणिक युद्हो में काफी चमत्कारिक दिव्यास्त्रो के उपयोग के वर्णन हे.
पिछले कुछ एपिसोडस में हमने गंधर्वअस्र, पाशुपतास्त्र और नारायणअस्र के बारे में
बताया था. पाठकोद्वारा हमे ब्रम्हास्त्र पर एक लेख लिखने
कि विनती कि गयी और इसीकरण आज हम आपको ब्रम्हास्र के
बारे में बताएँगे.
ब्रम्हास्र ... भगवान्
ब्रम्हा का बनाया अस्र ! पुरानो के अनुसार भगवान् ब्रम्हा को ब्रम्हांड
का निर्माता कहा जाता हे. और इसीलिए ब्रम्हास्र के निर्माता कि ये निर्मिती ब्रम्हांड की हर जीवित या
मृत वस्तु को नष्ट करने में सक्षम हे.
पुराणो ने ब्रम्हास्त्र के उपयोग के वर्णन
जब भी ब्रम्हास्र अपने लक्ष को भेदता हे, या किसी जगह पर गिरता हे तो वो वहा से कई मिल के दायरे में आने वाले सभी जीवित या मृत चीजो का सर्वनाश करदेता हे, उस जगह खड़ी पूरी की पूरी सेना सभी सजीव निर्जीव प्राणियों, पेड़ो-पौधों सहित ख़त्म हो जाती हे. और जिस जगह ब्रम्हास्त्र का उपयोग किया गया हे उस जमीन पर कई सालो तक पौधा तो क्या घास भी नहीं उगती. कई वर्षो तक इसका प्रभाव बना रहता हे और इस प्रभाव के चलते बादमे यहाँ बसने वाले समुदाय के पुरुष और स्री infertile यानि बांज हो जाते हे. सालो तक सुखा पड़ता हे, और स्थिति सामान्य होने में कई दशक या शतक भी लग सकते हे.ब्रम्हास्त्र- क्या सबसे भयानक दिव्यास्त्र हे ?
बहुतांश लोग ब्रम्हास्र को
दुनिया का सबसे खतरनाक अस्र मानते हे और लोकप्रिय साहित्य मे भी ऐसा ही कहा जाता हे पर ब्रम्हाजी ने ब्रम्हास्र के और powerful versions यानि ब्रम्हास्र
के और ज्यादा खतरनाक संस्करण ब्रम्ह-शिर-अस्र और ब्रम्हादंड का भी इजाद किया हे. एक अलग लेख लिख्कर हम आपको इन्ही दो अस्त्रों के बारे में बताएँगे. तो ब्रम्हास्त्र सबसे खतरनाक अस्त्र नाही हे,
ब्राम्हशीर और ब्रम्हदंड के साथ पाशुपतास्त्र भी ब्रम्हास्त्र से ज्यादा शक्तिशाली
हे. काई विद्वान नारायणअस्त्र और भार्गवास्त्र को भी ब्रम्हास्त्र से ज्यादा
शक्तिशाली समजते हे.
Brahmastra- Ramayana & Mahabharata
ऐसा कहा जाता हे, की जब
ब्रम्हास्र छोड़ा जाता हे. तब कोई भी इस का प्रतिकार नहीं कर सकता और न ही इस से बच
सकता हे. इसे निरस्त करने का सिर्फ एक ही उपाय हे "ब्रम्हदंड" का
उपयोग. पुरानो के अनुसार ब्रम्हदंड दुनिया
का सबसे भयानक अस्र हे.
ब्रम्हास्र के उपयोग की
काफी कथाये पुरानो में मिलती हे.
- रामायण के युद्ध में भगवान् श्रीराम ब्रम्हास्र का उपयोग रावन की सेना के खिलाफ करते हे.
- मारीच राक्षस को मारने के लिए भी ब्रम्हास्र के उपयोग किया गया हे.
- रावन के पुत्र इन्द्रजीत ने भी हनुमान के ऊपर ब्रम्हास्र का प्रयोग कर उन्हें बंदी बनाया था.
- भीष्म पितामह ने भी अपने गुरु परशुराम पर ब्रम्हास्र का उपयोग किया था, जिसे परशुराम ने खुद ब्रम्हास्र का प्रयोग कर नष्ट किया था.
- महाभारत युद्ध में जब अर्जुन कौरवो की सेना पर ब्रम्हास्र का प्रयोग करते हे तो दानवीर कर्ण दूसरा ब्रम्हास्र छोड़कर अर्जुन के ब्रम्हास्र को नष्ट कर देता हे.
ब्रम्हास्त्र और आधुनिक विज्ञान
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से
देखा जाए तो ब्रम्हास्र की तुलना आज के एटम बम या हाइड्रोजन बम से की जा सकती हे
और इस से भी ज्यादा भयानक शस्र जो पुरे ब्रम्हांड को नष्ट करने की क्षमता रखते थे
उन्हें प्राचीन भारतीयों ने खोज रख्खा था और इनके छोटे से छोटे details हमे ग्रंथो
में मिलते हे. कई लोग इसे कल्पना मात्र कहते हे, पर किसी भी कल्पना की स्थापना एक झूट पर
होती हे और जब हम इसे सूक्ष्मता से परखते हे तो हमें वो झूट नजर आता हे. पर जब हम
इन्ही पौराणिक कथाओ को सूक्ष्मता से देखते-पढ़ते हे और आधुनिक भौतिकी और रासायनिक
सत्यो से परखते हे तो हमे केवल सत्य मिलता हे.
आप क्या सोचते हे ब्रम्हास्त्र
के बारे मे, नीचे कमेंट कर बताये. साथ ही अपने परीजनो के साथ प्राचीन भारतीय
अस्त्रो कि जाणकार जरूर बांटे.